समय‑यंत्र में चाँदी: प्राचीन भारत से आधुनिक युग तक की यात्रा
चांदी ने जबसे शोर मचाया मेरे दिल में उसके लिए आदर बढ़ गया पहले लोग सिर्फ सोने की बातें करते थे चांदी ने सिद्ध किया की मैं भी अनमोल धातु हूँ फिर उसकी कमी हुई और लोगों के पास वो शान से चमकने लगी, वाइट गोल्ड का भी चलन आया बप्पी लाहिरी ने गोल्ड पहन के दुनिया में धक् जमाई ऐसे ही चंडी भी अपना लोहा मनवा रही है देखिये ये लेख मैंने टाइम मशीन में जाकर निकला है आपके लिए चलिए शुरु करते है| मैंने अपने हाथ में एक अजीब‑सा समय‑यंत्र पाया। इसका डिज़ाइन साधारण नहीं था — छोटे‑छोटे चिन्ह, धातु की चमक और हल्की रोशनी इसके चारों ओर फैली हुई थी। जैसे ही मैंने बटन दबाया, चारों ओर धुंध और हल्की रोशनी फैल गई। मैं अचानक खड़ा था प्राचीन भारत की गलियों में , जहाँ मिट्टी की सड़कें, छोटी‑छोटी दुकाने और सुनहरी धूप का खेल था। 🌾 प्राचीन भारत: चाँदी का आरंभ और जीवन में उसका महत्व सिंधु घाटी की गलियों में बच्चे खेल रहे थे, महिलाएँ चाँदी के बर्तन और गहने बना रही थीं। एक बुजुर्ग व्यापारी ने मुझे पास बुलाया और हाथ में चाँदी का सिक्का पकड़ाया। वह मुस्कराते हुए बोला: “यह केवल धातु नहीं, यह भरोसे और सौदे की भाष...